| 1. | ऐसिड क्लोराइड, ऐसिड ऐनहाइड्राइड तथा एस्टर पर अमोनिया के सांद्र विलयन की क्रिया से:
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| 2. | पोटैशियम हाइड्राक्साइड के सांद्र विलयन के साथ गरम करने पर शुद्ध क्लोरोफार्म प्राप्त होता है।
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| 3. | पोटैशियम हाइड्राक्साइड के सांद्र विलयन के साथ गरम करने पर शुद्ध क्लोरोफार्म प्राप्त होता है।
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| 4. | (3) ऐसिड क्लोराइड, ऐसिड ऐनहाइड्राइड तथा एस्टर पर अमोनिया के सांद्र विलयन की क्रिया से:
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| 5. | सांद्र विलयन में प्रकाश का अवशोषण बीयर के नियम के अनुसार नहीं बल्कि अलग अलग मूल्य का होता है।
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| 6. | सांद्र विलयन में प्रकाश का अवशोषण बीयर के नियम के अनुसार नहीं बल्कि अलग अलग मूल्य का होता है।
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| 7. | इसके बाद इस विलयन में ठोस पोटासियम आयोडाइड, या उसका सांद्र विलयन मिलाते हैं, जिससे आयोडोन उन्मुक्त होता है।
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| 8. | इसके अतिरिक्त सांद्र विलयन को तनु करने में भी उष्मा में परिवर्तन होता है और इसे विलयन की तनुकरण-उष्मा कहते हैं।
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| 9. | इसके अतिरिक्त सांद्र विलयन को तनु करने में भी उष्मा में परिवर्तन होता है और इसे विलयन की तनुकरण-उष्मा कहते हैं।
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| 10. | इसके बाद इस विलयन में ठोस पोटासियम आयोडाइड, या उसका सांद्र विलयन मिलाते हैं, जिससे आयोडोन उन्मुक्त होता है।
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